इनपुट और आउटपुट डिवाइस क्या हैं ? समझाइये।
What is Input and Output Device ? Explain .
Input Device & Output Device
Input Device (इनपुट डिवाइस )
जब कंप्यूटर के मेमोरी में प्रोसेस हेतु किसी प्रकार का डेटा भेजना होता हैं तो उसे Input Device(इनपुट डिवाइस )की सहायता से भेज सकते हैं। अलग अलग प्रकार के डेटा के लिए अलग अलग प्रकार के इनपुट डिवाइस का प्रयोग किया जाता हैं जैसे - Text के लिए Keyboard ,Object के लिए Scanner ,Sound के लिए Mic, एवं इसी प्रकार GUI Operating System में डाटा इनपुट करने के लिए Mouse इत्यादि।मुख्य रूप से पयोग होने वाले इनपुट डिवाइस निम्नलिखिते हैं -
(1) की बोर्ड (Key-board) - Key-board समान्यतः सबसे अधिक उपयोग में लायी जाने वाली इनपुट डिवाइस है। की बोर्ड टाइप रइटर के की बोर्ड के समान ही होता है। की बोर्ड में सामन्यतः 108 Keys होते हैं। की बोर्ड को Text तथा कैरक्टर निवेश के लिए डिज़ाइन किये गया हैं। साथ ही कंप्यूटर के क्रियाकलापों को भी नियंत्रित करता है। की बोर्ड की प्रत्येक की एक विशेष संकेत संचरण करती हैं। की बोर्ड में निम्न प्रकार की Keys होती हैं।-
- एल्फाबेटिक कीज (Alphabetic Keys) - की-बोर्ड में एल्फाबेट्स A से Z कीज़ को एल्फाबेटिक कीज कहते हैं। Caps Lock ऑन होने पर एल्फाबेट्स केपिटल में टाइप होते हैं तथा Caps Lock के ऑफ़ होने पर एल्फाबेट्स लोअर (Small) में टाइप होते हैं।
- न्यूमेरिक की पैड (Numeric Keypad) - की-बोर्ड के दाँय भाग में 17 कीज़ के समूह को न्यूमेरिक की पैड कहते हैं। जिसमे 0 से 9 तक अंक, 4 ऐरो क़े (Arrow Key) तथा चार ऑपरेटर की ( + , - , % , *) होते हैं। इसके आलावा भी इस की पैड में कुछ कीज होते है ;Enter ,Number lock , Ins आदि।
- फंक्शन कीज़ (Functions Key) - की बोर्ड के ऊपरी भाग ने 12 फंक्शन कीज़ (Functions Key) होते हैं, जिन पर F1,F2, F3, F4,........... F12 अंकित रहता है इन कीज़ की सहायता से विशिस्ट कार्य किये जाते हैं।
(4)लाइट पेन (Light Pen) - लाइट पेन के उपयोग द्वारा स्क्रीन पर सीधे स्केच और डायग्राम या चित्र बनाये जा सकते हैं। लाइट पेन माइक्रो कंप्यूटर की स्क्रीन (VDU) के साथ कार्य करता है और स्क्रीन पर ड्राइंग बनता है या डिस्प्ले को परिवर्तित कर सकता है जब स्क्रीन के पीछे दिए गए प्रकाश के चमकीले स्पॉट (निशान) लाइट पेन की संवेदन शील टिप (नोंक) को सतर्क करता है, तब लाइट पेन कार्य करता है। इस स्पॉट को फास्टर स्पॉट कहते है , जो स्क्रीन के पीछे एक क्रम बद्ध रूप से चलता है। जहा से पेन की टिप चलती थी और जहाँ पर स्पॉट था , उस स्थान से कंप्यूटर कार्य कर सकता हैं।
(5)जॉय स्टिक (Joy Stick) - यह डिवाइस वीडियो गेम खेलने के काम आने वाला इनपुट डिवाइस हैं। यह खेल खेलने के काम आने वाला Input Device हैं। जॉय स्टिक के माध्यम से स्क्रीन पर उपस्थित टर्टल (tertle) या आकृति को इसके हैंडल से पकड़ कर चलाया का सकता हैं। इसका प्रयोग प्रायः बच्चो द्वारा गेम खेलने के लिए किया जाता हैं। वैसे तो कंप्यूटर के अधिकतम गेम Game की बोर्ड के माध्यम से खेले जा सकते हैं। परन्तु कुछ गेम जो तेज गति से खेले जा सकते है , उन खेलो को बच्चे खेलते समय आपने आप को सुविधा जनक महसूस नहीं करते हैं। इसलिए जॉय स्टिक का यूज़ किया जाता है।
Output Device (आउटपुट डिवाइस )
वह यूनिट जिसकी सहायता से प्रोसेस किये गए डेटा (Processed Data) या Information के रूप में प्राप्त किया जाता है। प्रमुख Output Unit (आउटपुट यूनिट) निम्न है -
(1) Visual Display Unit - कंप्यूटर के समस्त डाटा या इनफार्मेशन (Data OR Information) को दिखने के लिए जिस यूनिट का प्रयोग किया जाता है उसे Visual Display unit कहते है। इसमें 80 columns एवं 24 Rows होते है। इसमें इनपुट (Input) और आउटपुट (Output) को दिखने के लिए Cathode Ray Tube (CRT) का उपयोग किया जाता हैं और स्क्रीन के पीछे Phosphorous material की एक परत होती है जिसमे Cathode Ray Tube से निकली Electronic Beam टकराती है तो हमें स्क्रीन पर चित्र या IMAGE दिखाई देती हैं।
(2) Printer(प्रिंटर) - कंप्यूटर द्वारा भेजिगै सूचनाएं जिस प्रिंटर मशीन द्वारा कागज पर प्रिंट होता है, उस मशीन को प्रिंटर कहते हैं। यह पेरिफेरल्स डिवाइस (Peripherals Device) जिसके माध्यम से यूजर के द्वारा बनाये गए डॉक्यूमेंट(Document) का कागज पर प्रिंट आउट प्राप्त किया जाता हैं। Printer की गति को PPM यानि Page Per Minute या CPM (Character Per Minute) में मापा जाता है। प्रिंटर एक Mechanical Machine है इसकी गति कंप्यूटर से कम होती है,इसलिए इसमें मेमोरी की व्यवस्था होती है। जिसे बफर "BUFFER" कहते हैं।
मुख्यतः Printer दो प्रकार के होते है -
प्रिण्टर एक ऑनलाइन आउटपुट डिवाइस है ,जो आउटपुट को कागज पर छापकर प्रस्तुत करता हैं। कागज पर आउटपुट की यह प्रतिलिपि हार्ड कॉपी कहलाती है। कंप्यूटर से प्राप्त डिजिटल संकेत (0 ,1) प्राकृतिक भाषा (हिंदी , अंग्रेजी) में परिवर्तित होकर हार्ड कॉपी के रूप में छपते हैं ,जिसे मनुष्य पढ़ सकता हैं इस प्रिंटर में शब्द ,ठोस मुद्रा या डॉट - मैट्रिक्स विधि से कागज पर उभरते है।इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printer) - ये इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर होते हैं। जिसमें या तो हैमर (हथौड़ा) या पिंस होती हैं, जिनके रिबन व पेपर पर स्ट्राइक (ठोंककर) से टेक्स्ट प्रिंट होता है।
- इस प्रिंटर में प्रिंट हेड व पेपर के बिच सीधा Mechanical संपर्क होता हैं।
- ये प्रिंटर कार्य करते समय शोर उतपन्न करते हैं।
- प्रिंटिंग Quality non-impact की तुलना में कम होती है।
- ये सामान्यतः Character line प्रिंटर होते हैं।
- इनकी प्रिंटिंग स्पीड कम होती हैं।
नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर Non-impact printer - इस प्रकार के प्रिंटर में प्रिंट हैड व पेपर के बीच धातु का संपर्क नहीं होता है। अर्थात इस तरह के प्रिंटर में प्रिंट हैड व पेपर के बीच कोई मैकेनिकल संपर्क नहीं होता है।
- इस प्रिंटर में प्रिंट हेड व पेपर के बीच सीधा Mechanical संपर्क नहीं होता हैं।
- ये प्रिंटर कार्य करते समय कोई शोर उत्पन्न नहीं होता।
- इन प्रिंटर्स की प्रिंटिंग क्वॉलिटी बेहतर होती हैं।
- ये सामान्यतः पेज प्रिंटर होते है।
- इनकी प्रिंटिंग स्पीड अधिक होती है।
(3) Plotter(प्लॉटर) - यह ग्राफिकल प्रिंटर होता है जिसका प्रयोग विभिन्न रेखा चित्रों का प्रिंट प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसमें INK pen और INK jet का प्रयोग ग्राफिक्स को बनाने में करते है ये पेन एक कलर या एक से अधिक कलर वाले हो सकते हैं। जो मोटर द्वारा चलाये जाते हैं।
Types of Plotter -
- Drum Plotter
- Micro grip Plotter
- Flat bed Plotter
- Ink jet Plotter
(4) Sound Card and Speaker (साउंड कार्ड और स्पीकर) - कंप्यूटर पर गाना सुनने, फिल्म देखने ये फिर गेम्स खेलने के लिए साउंड कार्ड का कंप्यूटर में लगा होना आवश्यक है। कंप्यूटर का मुख्य बोर्ड जिसे मदर बोर्ड कहते है इसी मदर बोर्ड में साउंड कार्ड Sound Card (In Built) होता है। Sound Card तथा Speaker कंप्यूटर में एक दूसरे के पूरक होते है। Sound Card की सहायता से स्पीकर ध्वनि उत्पन्न करता है। माइक्रोफोन (Microphone) की सहायता से इनपुट किये गए साउंड को संग्रहित करता है, तथा डिस्क पर उपलब्ध साउंड को संपादित करता है।
(5) Projector(प्रोजेक्टर) - प्रोजेक्टर एक आउटपुट डिवाइस है जो एक इमेज को एक बड़ी सतह जैसे की सफ़ेद स्क्रीन या दिवार पर प्रोजेक्ट करता है। वीडियो या इमेजेज को लोगो के एक बड़े समूह को दिखने के लिये इसे मॉनीटर या टेलीविज़न के ऑपशन के रूप में उपयोग किया जाता हैं। प्रोजेक्टर का उपयोग बड़े समूह को व्याख्यान और प्रेजेंटेशन के साथ साथ होमथिएटर में फिल्मे और अन्य वीडियो देखने के लिए भी किया जा सकते हैं। वे क्लास , सम्मलेन और घरो में कई प्रकार के वातावरण पाए जा सकते है। प्रोजेक्टर कई स्पेस और साइजेज में आते हैं ,हालाँकि वे आमतौर पर एक फिट लम्बे और चौड़े और कुछ इंच ऊँचे होते हैं। उन्हें छत पर रखा जा सकता है या वे फ्रीस्टैंडिंग और पोर्टेबल हो सकते है। सीलिंग माउंटेड वाले प्रोजेक्टर आम तौर पर बड़े होते है ,खास तौर पर वे जो लंबी दुरी (जैसी - 30 फीट या उससे अधिक) प्रोजेक्ट करते हैं।
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